MA के बाद टीचर कैसे बने जानिए योग्यता सैलरी और अप्लाई प्रोसेस

अगर आपने MA की पढाई कम्पलीट का ली है या करने वाले हैं और इसके बाद आप टीचिंग लाइन में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है।

यहां एमए के बाद Teacher बनने की पूरी जानकारी दी गई है, जिसमें योग्यता, सैलरी और अप्लाई प्रोसेस शामिल हैं।




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MA के बाद टीचर कैसे बने ?

टीचर बनने के लिए सबसे पहले आपको उस सब्जेक्ट से पढाई करनी होगी जिस सब्जेक्ट के आप टीचर बनना चाहते है अगर आप History के टीचर बनना चाहते है तो आपको MA in History की पढाई करनी होगी और अगर आप Math के टीचर बनना चाहते हैं तो आपको M.A in Math की पढाई करनी होगी इस प्रकार आप जिस भी सब्जेक्ट के टीचर बनना चाहते है उस सब्जेक्ट में मास्टर डिग्री हासिल करे। 

MA के बाद टीचर बनने के लिए आप B.Ed कोर्स कर सकते हैं यह दो साल का कोर्स होता है स्कूल में टीचर बनने के लिए आपको MA के बाद B.Ed (2 साल) + TET/CTET (1 साल) कोर्स करना होगा।

MA के बाद Teacher बनने के लिए योग्यता

आपको एमए (Master of Arts) में किसी भी विषय में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना आवश्यक है।

इसके बाद बी.एड करे। 

B.Ed की पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको Teacher Eligibility Test  (TET) पास करना होगा है TET परीक्षा राष्ट्रीय Central Teacher Eligibility Test  (CTET) या स्टेट लेवल State Teacher Eligibility Test (STET) पर आयोजित की जाती है।

TET परीक्षा पास करने के बाद, आप सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में टीचर की नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

Teacher Eligibility Test (TET) क्या होता है ?

TET यानी Teacher Eligibility Test भारत में सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाने के लिए जरूरी होता है इसे पास करना टीचर बनने की पहली सीढ़ी है यह एक टेस्ट होता है जो यह जांचता है कि आप बच्चों को अच्छी तरह से पढ़ा सकते हैं या नहीं इसमें आपके विषय का ज्ञान और बच्चों को पढ़ाने की समझ दोनों को परखा जाता है

टीईटी एग्जाम को हर राज्य या केंद्र सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है इसे पास करने के बाद आप सरकारी टीचर की भर्ती के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

Central Teacher Eligibility Test  (CTET) क्या होता है ?

टीईटी की दो मुख्य परीक्षाएं होती हैं, एक Central और दूसरी State लेवल पर Central Teacher Eligibility Test (CTET) को केंद्र सरकार द्वारा कराया जाता है

यह उन लोगों के लिए है जो केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों, जैसे नवोदय विद्यालय या केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाना चाहते हैं यह पूरे देश में एक ही तरह का टेस्ट होता है 

वहीं, राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा State Teacher Eligibility Test (STET) को हर राज्य सरकार अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से आयोजित करती है अगर आप अपने राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं, तो आपको STET परीक्षा देनी होगी।

TET/CTET पास करने के बाद, सरकारी/प्राइवेट स्कूल में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

TET/CTET परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं?

TET/CTET परीक्षा में Objective Type (Multiple Choice Questions) प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।

TET/CTET परीक्षा में कितने मार्क्स लाने पर पास माना जाता है?

TET/CTET परीक्षा में 150 में से कम से कम 60% मार्क्स लाने पर पास माना जाता है यानी कि 90 मार्क्स TET/CTET परीक्षा में SC/ST/OBC/PWD आदि अल्पसंख्यक केटेगरी के लिए 5% की छूट मिलती है, यानी कि 55% मार्क्स, यानी कि 82.5 मार्क्स।

MA के बाद टीचर की सैलरी कितनी होती है ?

एक टीचर की सैलरी कई factors पर depend करती है जैसे स्कूल, टीचर का एक्सपीरियंस , योग्यता और टीचर का सब्जेक्ट 

सरकारी स्कूलों में टीचर का वेतन वेतन आयोग द्वारा निर्धारित किया जाता है वेतन आयोग हर 5 साल में वेतन में बढ़ोतरी करता है 7वें वेतन आयोग के अनुसार, सरकारी स्कूलों में टीचर की सैलरी 40,000 रुपये से 1,40,000 रुपये तक हो सकती  है।

प्राइवेट स्कूलों में टीचर की सैलरी स्कूल मैनेजमेंट द्वारा निर्धारित की जाती है यह सैलरी सरकारी स्कूलों के टीचर की सैलरी से कम या ज्यादा हो सकती है प्राइवेट स्कूलों में टीचर की सैलरी 20,000 रुपये से 1,00,000 रुपये तक हो सकती है।

Teacher कितने प्रकार के होते हैं ?

एक student की लाइफ में टीचर का important रोल होता है और आपके विषय के अनुसार टीचर भी कई तरह के होते हैं 

  1. PGT - Post Graduate Teacher
  2. PRT - Primary Teacher
  3. TGT - Trained Graduate Teacher

PGT - Post Graduate Teacher क्या होता है

PGT टीचर वह टीचर होता है जिसने किसी सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन की हो जैसे कि आपने साइंस सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन की है और उसके बाद PGT टीचर बनने के लिए आपको साइंस सब्जेक्ट से ही पोस्ट ग्रेजुएट कम्पलीट करनी होगी 

इसके बाद आपको टीचिंग के लिए B.Ed की डिग्री करनी होगी PGT टीचर बनने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 11वी और 12वी के छात्रों को पढ़ाने के योग्य हो जाते हैं। इसके लिए आपको ग्रेजुएशन में 60 % marks से पास होना चाहिए। 

पीजीटी टीचर बनने के बाद आपको शुरुवात में 50000 से 60000 रूपए तक सैलरी मिल सकती है।

PRT - Primary Teacher क्या होता है

PRT टीचर का मतलब प्राइमरी का टीचर होता है  PRT टीचर वह टीचर होते है जो पहली क्लास से लेकर पांचवी क्लास तक के बच्चों को पढ़ाते हैं PRT टीचर बनने के लिए आपको ग्रेजुएट होना चाहिए और इसके साथ BTC कोर्स कम्पलीट करना होगा और इसके बाद आपको TET - Teacher Eligibility Test को पास करना होगा। 

PRT टीचर बनने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में क्लास 1 से 5वी तक के बच्चो को पढ़ा सकते है।

PRT टीचर बनने के बाद आपको 30000 से 40000 रूपए तक सैलरी मिल सकती है।

TGT - Trained Graduate Teacher क्या होता है 

 TGT का फुल फॉर्म Trained Graduate Teacher होता है TGT टीचर बनने के बाद आप सरकारी स्कूलों में पढने के योग्य हो जाते हैं TGT टीचर बनने के लिए आपको ग्रेजुएट में कम से कम 50 % marks प्राप्त करने होंगे आप जिस सब्जेक्ट के टीचर बनना चाहते हैं आपको उस सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन कम्पलीट करनी होगी। 

ग्रेजुएशन कम्पलीट करने के बाद आप टीचर बनने के लिए 2 साल का B.ED कोर्स करना होगा और इसके बाद आपको TGT की परीक्षा में भाग लेना होगा TGT परीक्षा में पास होने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में क्लास 6 से 10वी तक के छात्रों को पढ़ाने के योग्य हो जाते हैं।

 TGT टीचर बनने के बाद आपको शुरुवात में 40000 रूपए तक सैलरी मिल सकती हैं। 

निष्कर्ष।

दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको M.A के बाद Teacher कैसे बने इसके बारे में जानकारी दी M.A के बाद टीचर बनने के लिए आप 2 साल का B.Ed कोर्स कर सकते है इसके बाद Teacher Eligibility Test  (TET) एग्जाम पास करके स्कूल में टीचर बन सकते हैं। 

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